इटारसी
इटारसी | |||||
— नगर — | |||||
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०) | |||||
देश | भारत | ||||
राज्य | मध्य प्रदेश | ||||
विधायक | श्री सीताशरण जी शर्मा | ||||
नगर पालिका अध्यक्ष | श्री पंकज चौरे जी | ||||
जनसंख्या • घनत्व |
99,783
। जनसंख्या 2018= 1 लाख 17 हजार (2011 के अनुसार [update]) | ||||
क्षेत्रफल • ऊँचाई (AMSL) |
3,898 कि.मी² • 305 मीटर (1,001 फी॰) | ||||
विभिन्न कोड
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ISO 3166-2 | IN-MP |
निर्देशांक: 22°36′40″N 77°46′03″E / 22.611°N 77.76741°E इटारसी (Itarsi) मध्य प्रदेश प्रान्त का एक शहर है जो कि नर्मदापुरम जिले के अन्तर्गत आता हैं। इटारसी के नाम के उत्पत्ति ईंट और रस्सी शब्द के संयोग से हुई है इसका कारण प्राचीन काल में इन उद्योगों की बहुतायत होना। व्यावसायिक दृष्टि से, एक बड़ी कृषि मंडी, आयुध निर्माणी, एवम् रेलवे के कारखानो से। यह नर्मदापुरम जिले में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। बोरी अभयारण और तवा बाँध निकट के कुछ दर्शन-योग स्थान है। इटारसी की कुछ प्रमुख बिभुतियों में श्री हरिशंकर परसाई एवं श्री विपिन जोशी का नाम सर्वोपरि है। इटारसी में केसर मल्टी लॉजिस्टिक हब की स्थापना ने यहां व्यापारियों के लिए एक्सपोर्ट की बड़ी सुविधा दे दी है
भूगोल
[संपादित करें]इटारसी 22°37′N 77°45′E / 22.62°N 77.75°E अक्षानंस पे स्थित है तथा इसकी समुद्र तल से औसत ऊँचाई ३०४ मीटर है।
जन सांख्यिकी
[संपादित करें]२००१ के जनगणना के अनुसार इटारसी के कुल आबादी ९९,७८३ रही थी जिसमें से ५२% पुरुष और ४८% महिलाएँ सम्मिलित थी। वर्तमान में इटारसी की जनसंख्या 1 लाख 17 हजार के आसपास हो गई है।
प्रशासन
[संपादित करें]इटारसी मुख रूप से तहसील के श्रेणी में आती जिसका मुख्यालय नर्मदापुरम जिला है। यह नर्मदापुरम विधानसभा एवं नर्मदापुरम- नरसिंहपुर संसदीय क्षेत्र अंतर्गत आती है। वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष श्री pankaj chourey जी है।
यातायात
[संपादित करें]इटारसी रेल एवं सड़क से जुड़ा हुआ है।
रेल
[संपादित करें]इटारसी जंक्शन रेल द्वारा बडी आसानी से पहुँचा जा सकता है। दिल्ली-चेन्नई मेन लाइन एवं मुम्बई-जबलपुर मुख्य मार्ग में इटारसी स्टेशन पड़ता है। दिल्ली से रेल द्वारा १०-१४ घंटे लगते हैं। इटारसी शहर पश्चिम मध्य रेल्वे का मुख्य स्टेशन एवं सबसे बड़ा जंक्शन है। यहां से हर रोज लगभग 350 गाड़िया गुजरती हैं।
सड़क यात्रा
[संपादित करें]इटारसी सड़क द्वारा भी अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। सरकारी और निजी बसें भोपाल के लिये उपलब्ध हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग 69 से जुड़ा है।
नामकरण
[संपादित करें]ऐसा माना जाता है कि यहाँ ईंट और रस्सी बनाई जाती थी।
दर्शनीय स्थल
[संपादित करें]- भगवान शिव का एतिहसिक तिलक सिंदूर मंदिर
- तवा डेम की सुरम्य वादियां
- बूड़ी माता मंदिर
- बड़ा हनुमान मंदिर (फाटक वाले)
- श्री दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर रेलवे स्टेशन के सामने स्थापित वर्ष 1941 के पूर्व।
- स्वप्नेश्वर हनुमान मंदिर
- विंध्येश्वरी माता मंदिर (महर्षि नगर)
- द्वारकाधीश मंदिर
- बालाजी मंदिर
- पशुपतिनाथ मंदिर
- साई बाबा मंदिर न्यास कॉलोनी
ग्रामीण क्षेत्र
[संपादित करें]इटारसी के आस पास निम्न ग्रामीण क्षेत्र जुडे़ हैं-
- सनखेड़ा
- गुर्रा
- तारारोडा
- मलोथर
- पथरोटा
- देहरी
- सोनासाँवरी
- बोरतलाई
- बम्हनगाँव
- मेहरागाँव
- भीलाखेडी़
- जुझारपुर
- रैसलपुर
- भट्टी
- साकेत
- सोनतलाई
- कोठा
इटारसी से प्रकाशित होने वाले समाचार पत्र
[संपादित करें]औद्योगिक संस्थान
[संपादित करें]- विद्युत इंजन शेड
- डीजल इंजन शेड
- ऑर्डीनैन्स फैक्ट्री
- इटारसी ऑइल एंड फ्लोर मिल
विद्यालय/स्कूल
[संपादित करें]प्राथमिक शिक्षा के लिए काफी संस्थान अग्रणी है
- पश्चिम मध्य रेल्वे सीनियर हाई सेकेंडरी स्कूल
- केन्द्रीय विद्यालय ओ ई एफ
- केन्द्रीय विद्यालय सी पी ई
- शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय
- शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय
- श्री टैगौर विद्या मंदिर
- गुरुनानक पब्लिक स्कूल
- सरस्वती उच्चतर माध्यमिक विद्यालय
- एम जी एम स्कूल
- फ्रेन्ड्स स्कूल
- आदर्श हाई सेकेंडरी स्कूल नया यार्ड
- एम॰जी॰एम॰ स्कूल इटार्सी
महाविद्यालय/कॉलेज
[संपादित करें]- एम जी एम शासकीय महाविद्यालय
- शासकीय कन्या महाविद्यालय
- वर्धमान कॉलेज
- राजीव गाँधी महाविद्यालय
- साँईकृपा महाविद्यालय
- शासकीय पॉलीटेक्निक महाविद्यालय इटारसी
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]बाहरी कड़ियाँ
[संपादित करें]- नर्मदांचल - विश्वजाल पर इटारसी-होशंगाबाद का कोना
- इटारसी पैसेंजर निरस्त होने से आक्रोश
- इटारसी.भारत