तिशित
तिशित | |
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कम्यून और गाँव | |
निर्देशांक: 18°26′30″N 9°29′30″W / 18.44167°N 9.49167°Wनिर्देशांक: 18°26′30″N 9°29′30″W / 18.44167°N 9.49167°W | |
देश | Mauritania |
क्षेत्र | तकांत |
आधिकारिक नाम: Ancient Ksour of Ouadane, Chinguetti, Tichitt and Oualata | |
प्रकार: | सांस्कृतिक |
मापदंड: | iii, iv, v |
अभिहीत: | 1996 (20th सत्र) |
सन्दर्भ क्रमांक | 750 |
राष्ट्र पक्ष: | मॉरीतानिया |
क्षेत्र: | अरब राष्ट्र |
तिशित (अरबी: تيشيت; फ्रांसीसी: Tichitt), मध्य दक्षिणी मौरितानिया के तकांत पठार की तलहटी में एक आंशिक रूप से परित्यक्त गाँव है जिसे उसकी स्थापत्य कला के लिए जाना जाता है। तिशित में मुख्यत: खजूर की खेती की जाती है, और गाँव में एक छोटा सा संग्रहालय भी है।
तिशित गाँव के पास दक्षिण-पूर्व के बंजर क्षेत्र में 1 किलोमीटर (0.62 मील) लंबी दो कच्ची हवाई पट्टियां भी हैं।
पुरातात्विक महत्व
[संपादित करें]इस क्षेत्र में बलुआ पत्थर की एक लंबी शृंखला उपस्थित है, जो औकर की पूर्व झील के पास, हौद गर्त की उत्तरी सीमा का निर्धारण करती है।
तिशित जो मध्ययुग में एक व्यापारिक नगर था अब यूनेस्को का एक विश्व विरासत स्थल है।
इस क्षेत्र में धार तिशित का नवपाषाण स्थल को 2000 ईसा पूर्व के आसपास कृषि समुदाय द्वारा बसाया गया था। उनकी बस्तियाँ आम तौर पर चट्टानों पर स्थित थीं और इनमें पत्थर की इमारतें शामिल थी। ये पश्चिम अफ्रीका में सबसे पुरानी जीवित पुरातात्विक बस्तियाँ हैं और सहारा के दक्षिण में सभी पत्थर के निर्माण वाली बस्तियों में सबसे पुरानी हैं। माना जाता है कि इन्हें सोनिन्के लोगों द्वारा बनाया गया था और संभवतः यह घाना साम्राज्य के अग्रदूत थे। शुष्क स्थितियों में वृद्धि के कारण संभवतः 500 ईसा पूर्व के आसपास लोगों ने इस क्षेत्र को छोड़ दिया गया था। यहाँ की चट्टानों पर विभिन्न जानवरों और शिकार के दृश्यों को दर्शाते हुए सैकड़ों चित्र खोजे गए हैं। पी जे मुन्सन, ऑगस्टिन एफ.सी. हॉल और एस एंबलार्ड जैसे तमाम पुरातत्वविदों ने ऐसे सबूत खोजें हैं जो कि बताते हैं कि 2000 ईसा पूर्व में इस क्षेत्र में मौसम के अनुसार बाजरे की खेती की जाती थी।