होशंगाबाद ज़िला
होशंगाबाद ज़िला नर्मदापुरम ज़िला | |
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मध्य प्रदेश का ज़िला | |
दक्षिणाव्रत शीर्ष-बायें से: चौरागढ़ में सतपुड़ा पर्वतमाला, आदमगढ़ पहाड़ियाँ, होशंगाबाद में सेठाणी घाट, धूपगढ़, तवा नदी | |
Location of Hoshangabad district in Madhya Pradesh | |
देश | भारत |
राज्य | मध्य प्रदेश |
संभाग | नर्मदापुरम |
मुख्यालय | होशंगाबाद |
तहसील | 08 |
शासन | |
• लोकसभा क्षेत्र | होशंगाबाद |
• विधानसभा क्षेत्र | होशंगाबाद-इटारसी |
क्षेत्रफल | |
• कुल | 5,408 किमी2 (2,088 वर्गमील) |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 1,241,350 |
• घनत्व | 230 किमी2 (590 वर्गमील) |
• महानगर | 35% |
जनसांख्यिकी | |
• साक्षरता | 76.52 प्रतिशत |
• लिंगानुपात | 912 महिला/1000 पुरुष |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+05:30) |
राष्ट्रीय राजमार्ग | NH69, SH15, SH19, SH19A, SH22 |
औसत वार्षिक वर्षा | 1006~1350 mm |
वेबसाइट | narmadapuram |
नर्मदापुरम भारतीय राज्य मध्य प्रदेश का एक जिला है। जिले का मुख्यालय नर्मदापुरम है। नर्मदा नदी के तट पर स्थित होने के कारण इसका नाम नर्मदापुरम पड़ा।[1][2][3] जिले का प्रचलित और पुराना नाम होशंगाबाद ज़िला है।
भूगोल
[संपादित करें]नर्मदापुरम नर्मदा नदी के किनारे बसा है
साक्षरता
[संपादित करें]- जिले के कुल साक्षरता : 58.64%
- जिले की पुरुष साक्षरता : 67.92%
- जिले की महिला साक्षरता : 48.26%
यातायात
[संपादित करें]नर्मदापुरम स्वतंत्र रूप से सड़क और रेल मार्ग द्वारा राज्य की राजधानी भोपाल से जुड़ा हुआ है। यह लगभग ७० किलोमीटर दूर है यह राज्य के सभी प्रमुख शहरों के साथ सड़क और रेल से जुड़ा हुआ है। अपनी तहसील इटारसी जो पश्चिम मध्य रेलवे का एक मुख्य रेलवे जंक्शन है एवं 18 किलोमीटर दूर है की वजह से देश के सभी प्रमुख शहरों के साथ जुड़ा हुआ है. यह राष्ट्रीय राजमार्ग 69 से जुडा है।
आदर्श स्थल
[संपादित करें]- पचमढी
- शॅलचित्र से युक्त नर्मदापुरम की पहाडिया
- शैलचित्रों की दृष्टि से सिवनी मालवा क्षेत्र भी धनाडय है। सिवनी मालवा क्षेत्र में ऐसी कंदरायें हैं जहां अति प्राचीन शैलचित्र पाये जाते हैं। इन कंदराओं में से एक कंदरा तो ग्राउण्ड लेवल से नीचे है जो अपने आप में आश्चर्य जनक है। - नर्मदापुरम-सिवनीमालवा मुख्य मार्ग पर भीलट देव नामक स्थान है जों सिवनी मालवा क्षेत्र के अन्तर्गत आता है। मध्यप्रदेश सरकार और टूरिज्म विभाग की ओर से यहां अनेक दर्शनीय और मनोरंजक कार्य किये गये हैं। भीलट देव का यहां मंदिर भी है। जहां लोगों की अगाध श्रध्दा है। भीलट देव साल में दो विशेष तिथियों में परिहाड दादा के सिर आते हैं और जनजीवन, मवेशी व खेती बाडी के सम्बंध में भविष्यवाणी करते हैं। -इटारसी से सिवनी-मालवा मार्ग पर, इटारसी से मात्र १२ किमी दूर ग्राम जमानी ग्राम है। यहां से दक्षिण दिशा में ६ किमी दूर तिलक सिंदूर नामक एक दर्शनीय और धार्मिक स्थल है।
शिक्षा
[संपादित करें]विद्यालय
[संपादित करें]- केन्द्रीय विद्यालय, प्रतिभूति कागज कारखाना, नर्मदापुरम
- जवाहर नवोदय विद्यालय
- शासकीय उत्कृष्टता विद्यालय
- सामारिटन्स स्कूल
- पंडित रामलाल शर्मा विद्यालय
- शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एस०पी०एम०
- शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय
- शासकीय एस० एन०जी०उच्चतर माध्यमिक विद्यालय
- नर्मदा विद्या निकेतन, मंगलवारा, नर्मदापुरम
महाविद्यालय
[संपादित करें]- आर्ष गुरुकुल महाविद्यालय नर्मदापुरम
- नर्मदा महा विद्यालय, नर्मदापुरम
- गृह विज्ञान कॉलेज, नर्मदापुरम
- महात्मा गांधी स्मृति महा विद्यालय, इटारसी
- कुसुम महाविद्यालय, सिवनी मालवा
- माखनलाल चतुर्वेदी महाविद्यालय, बाबई
- शासकीय कन्या महाविद्यालय, पिपरिया
- शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, पिपरिया
- शासकीय महाविद्यालय, सुखतवा
- शासकीय महाविद्यालय, वनखेड़ी
- शासकीय महाविद्यालय, पचमढ़ी
- जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय, सोहागपुर
- शासकीय महाविद्यालय डोलरिया
औद्योगिक संस्थान
[संपादित करें]- प्रतिभूति कागज कारखाना
- आयुधनिर्माण कारखाना
तहसील
[संपादित करें]नर्मदापुरम जिले में 9 तहसील है।
सांस्कृतिक संस्थाएँ
[संपादित करें]- नर्मदापुरम कला जगत
- साथी जनशिक्षण एवं संस्कृति समिति
- संगीतिका (सांस्कृतिक चेतना केन्द्र)
- नर्मदापुर षिक्षा एवं जनकल्याण समिति
- प्रेरणा कला एवं प्रशिक्षण समिति
इन्हें भी देखें
[संपादित करें]संदर्भ
[संपादित करें]- ↑ "Inde du Nord: Madhya Pradesh et Chhattisgarh Archived 2019-07-03 at the वेबैक मशीन," Lonely Planet, 2016, ISBN 9782816159172
- ↑ "Tourism in the Economy of Madhya Pradesh," Rajiv Dube, Daya Publishing House, 1987, ISBN 9788170350293
- ↑ "मध्य प्रदेश: नर्मदा जयंती पर होशंगाबाद हुआ नर्मदापुरम, बाबई को मिला नया नाम- माखन नगर". Amar Ujala. अभिगमन तिथि 9 फरवरी 2022.